दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट ने सोमवार को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केजरीवाल के फोन को खोलने के लिए iPhone निर्माता कंपनी एप्पल से संपर्क किया है।
रिपोर्ट में दावा किया गया, अरविंद केजरीवाल ने अपना iPhone Switch Off कर लिया है और उसका वे किसी को पासवर्ड नहीं बता रहे हैं। इसके बाद ED ने फोन में मौजूद डेटा को एक्सेस करने के लिए Apple से संपर्क किया और उनसे मदद मांगी। एप्पल आईफोन अपने हाई सिक्योरिटी की वजह से काफी चर्चा में रहते हैं। Android स्मार्टफोन की तुलना में iPhone ज्यादा सिक्योर बताए जाते हैं।
साथ ही बिना पासवर्ड के iPhone का डेटा एक्सेस नहीं किया जा सकता है। कंपनी ने ईडी को बताया है कि डेटा को केवल डिवाइस के मालिक द्वारा सेट किए गए पासवर्ड से ही एक्सेस किया जा सकता है। दरअसल, छापेमारी के दौरान ईडी ने मुख्यमंत्री के चार मोबाइल फोन जब्त कर लिए थे। 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी की रात, उनके आवास में लगभग 70,000 रुपये पाए गए।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने अपना आईफोन बंद कर दिया है और अपना पासवर्ड भी ED के साथ शेयर नहीं किया है। मामले से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूछताछ के दौरान कहा है कि उनके टेलीफोन डेटा और चैट तक पहुंच से, ईडी को AAP की “चुनावी रणनीति” और प्री पोल अलाइंसेज के बारे में जानकारी मिल जाएगी। जानकारी के अनुसार ईडी ने सीएम के आईफोन का एक्सेस लेने के लिए फोन के निर्माता एप्पल से आधिकारिक तौर पर संपर्क किया था, लेकिन उसे बताया गया है कि किसी भी डेटा को फिर से हासिल करने के लिए पासवर्ड बेहद ही जरूरी है।मुख्यमंत्री ने ईडी को बताया है कि यह फोन लगभग एक साल से उनके पास है और 2020-2021 में शराब नीति का मसौदा तैयार करते समय वह जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे थे वो अब उनके पास नहीं है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सीएम से हर दिन करीब पांच घंटे तक पूछताछ की जा रही थी। केजरीवाल को अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सौजन्य पंजाब केशरी