यम द्वितीया के अवसर पर कायस्थ समाज ने अपने आराध्य देव भगवान श्री चित्रगुप्तजी का श्रद्धा भक्ति के साथ पूजन चित्रगुप्त मंदिर टाटीबंध में किया।भगवान की मूर्ति पर फूलमाला, चंदन, रोली, ताम्बूल, पंचामृत, फल, मेवा, मिठाई आदि अर्पित कर विधि विधान से पूजन किया गया। पंडित जी ने भगवान श्री चित्रगुप्त की ब्रह्मा जी से उत्पत्ति कथा सुनाते हुए बताया कि ब्रह्मा जी के चित्त में गुप्त रचना होने के कारण उनका नाम चित्रगुप्त पड़ा और ब्रम्हाजी के काया से उनकी उत्पत्ति हुई थी जिसके कारण जाती कायस्थ हुई।
इस अवसर पर कायस्थ समाज का दीपावली मिलन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कायस्थ समाज के अध्यक्ष श्री राजेश सक्सेना, श्रीमती सुषमा श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, तारेश श्रीवास्तव, सचिन सक्सेना, नारायण प्रसाद श्रीवास्तव, श्रीमती अलका सक्सेना, आशीष श्रीवास्तव सहित अन्य सभी कायस्थ उपस्थित रहे।