मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal Arrest) को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नई आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किया गया. दिल्ली सरकार पर आरोप लगे थे कि नई एक्साइज़ पॉलिसी की आड़ में भ्रष्टाचार किया गया है.
जिसे शराब घोटाला भी कहा गया. केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ इस केस में दिल्ली सरकार के पदों पर बैठे दो शीर्ष नेता कानूनी चंगुल में फंस गए हैं.
ED की टीम आज, 21 मार्च को शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर पहुंची. साथ में दिल्ली पुलिस फोर्स भी थी. इस पूरे घटनाक्रम से कुछ ही देर पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाई थी. उनकी तरफ से हाई कोर्ट में ये याचिका दायर की थी कि अगर वो ED के सामने पेश होंगे तो उन्हें गिरफ्तार ना किया जाए. कोर्ट ने ऐसी कोई श्योरिटी नहीं दी, उनकी गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगाई.
कोर्ट के इस फैसले के थोड़ी देर बाद ED की टीम केजरीवाल के घर पहुंची. उनके साथ दिल्ली पुलिस की भारी पुलिस फोर्स भी मौजूद थी. केजरीवाल के घर के चारों तरफ पुलिस ने सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए. उसके बाद उन्हें पूछताछ का समन दिया गया और घर की तलाशी ली गई. पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
ED के केजरीवाल के घर पहुंचते ही केजरीवाल की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया. उन्होंने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए तुरंत सुनवाई की मांग की.
इससे पहले भारत राष्ट्र समिति की नेता के कविता को ED ने 16 मार्च को गिरफ्तार किया था. ED ने आरोप लगाया कि है कि जांच में खुलासा हुआ है कि नई आबकारी नीति से लाभ उठाने के लिए के.कविथा ने AAP के नेताओं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर साजिश रची. साजिश के तहत नई शराब नीति में होलसेलर्स के जरिये लगातार रिश्वत का पैसा AAP तक पहुंचाया जाता रहा. ED का आरोप है कि नई आबकारी नीति से निजी लाभ पाने की एवज में AAP नेताओं तक 100 करोड़ रुपये पंहुचाये गए. इस मामले में मनीष सिसोदिया के अलावा राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. दोनों ही नेता फिलहाल जेल में हैं.