भारत में रोजाना सड़क दुर्घटनाओं से कई मौतों की खबर सामने आती है। इसमें से बहुत से मामले रॉन्ग साइड से ड्राइविंग करने के शामिल हैं। ऐसे में अब यातायात पुलिस हुई पहले से कहीं ज्यादा एडवांस हो गई है और वह गलत लेन में चलने वाले लोगों पर अंकुश लगाने के लिए टायर किलर जैसे गैजेट्स का इस्तेमाल करने लगी है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि यह टायर किलर होता क्या है
टायर किलर एक प्रकार का स्पीड ब्रेकर होता है लेकिन वह एक साइड से नुकीला होता है जहां आप सही दिशा में अगर आप ड्राइविंग करते हैं तो ये स्पीड ब्रेकर का काम करेगा वहीं अगर आप उल्टी दिशा में गाड़ी लेकर चलते हैं तो आपकी गाड़ी के टायर में नुकीले कील चुभ सकते हैं जिससे टायर पंचर या फिर फट सकता है।
रायपुर में लोगों का रॉन्ग साइड गाड़ी चलाना महंगा पड़ने वाला है। नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस ने शहर की कुछ सड़कों पर टायर किलर लगवाए हैं। नाम से ही स्पष्ट है टायर्स को ये सिस्टम किल कर देना यानी सीधे खत्म ही कर देगा। ब्रेकर की तरह नजर आने वाले टायर किलर्स पर अगर गाड़ी आई तो लोहे के कांटे सीधे टायर में घुस जाएंगे और पंक्चर हो जाएगा। ये कांटे इतने बड़े हैं कि फिर पंक्चर बनेगा नहीं, सीधे टायर ही बदलवाना पड़ेगा। शहर में पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है।
रिंग रोड नंबर 1 पर रेस्टोरेंट काके दी हट्टी के पास, एक्सप्रेस वे पर फाफाडीह वन वे अप साइड पर और गौरवपथ मल्टी लेवल पार्किंग के पास टायर किलर लगाए गए हैं। शुक्रवार काे जब नगर निगम की टीम इसे लगा रही थी लोग हैरानी से देख रहे थे। अफसरों का कहना है कि इन जगहों से ज्यादातर लोग रॉन्ग साइड से गाड़ी निकालते हैं। इसके चलते हादसे का खतरा बना रहता है। रॉन्ग साइड ड्राइविंग बंद करवाने, यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के उद्देश्य से टायर किलर लगाया जा रहा है।