रायपुर में यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव राहुल ठाकुर ने देर रात तेज रफ्तार स्कॉर्पियो से सड़क किनारे खड़ी कई गाड़ियों को टक्कर मार दी। कई लोग बाल-बाल बचे। वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के बैजनाथपारा इलाके का है।

एक्सीडेंट के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने राहुल ठाकुर को पकड़कर जमकर पीटा। वहीं हादसे को लेकर कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि शुरुआती जांच से पता चला है कि राहुल ठाकुर पार्टी का सदस्य नहीं है।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 15 सितंबर की रात 1:50 बजे यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव राहुल ठाकुर ने बैजनाथपारा इलाके में एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो चलाई। उसने एक के बाद एक कई गाड़ियों को टक्कर मारी और फिर भागने की कोशिश की। कई लोगों को कुचलने से बचाया। घटना CCTV कैमरों में कैद हो गई।
CCTV फुटेज में टक्कर के बाद स्कॉर्पियो को तेजी से भागते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद स्थानीय लोगों की भीड़ राहुल ठाकुर को पकड़ने के लिए उसका पीछा करती है। थोड़ी देर पीछा करने के बाद वे कार को रोकने में कामयाब हो जाते हैं।
कार राहुल ठाकुर चला रहा था, जिस पर “यूथ कांग्रेस प्रदेश सचिव” लिखा हुआ था। भीड़ ने राहुल ठाकुर को कार से बाहर निकाला और उसकी बुरी तरह पिटाई की। गुस्साई भीड़ ने कार में तोड़फोड़ भी की। स्कॉर्पियो की खिड़कियां और विंडशील्ड टूट गईं। गाड़ी को कई जगहों पर नुकसान हुआ है
पिटाई के बाद लोगों ने पुलिस को दी सूचना
वहीं राहुल ठाकुर की पिटाई के बाद स्थानीय लोगों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। स्थिति को काबू में किया। वहीं देर रात बड़ी संख्या में लोग कोतवाली थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कोतवाली सीएसपी केसरी नंदन नायक ने बताया कि पुलिस ने स्कॉर्पियो को जब्त किया है। उसमें यूथ कांग्रेस प्रदेश सचिव लिखा हुआ है। राहुल ठाकुर को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।CCTV फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस बोली- हमारा पदाधिकारी- कार्यकर्ता नहीं
वहीं इस मामले में कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राहुल ठाकुर कांग्रेस और कांग्रेस से जुड़े किसी भी विंग का पदाधिकारी नहीं है। वहीं प्रारंभिक पड़ताल में इसकी सदस्यता भी सामने नहीं आई है। किसी भी पार्टी का व्यक्ति अगर अपराध में शामिल है, तो कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए