बच्चों के डाइट में शामिल करें यह पांच चीजें कंप्यूटर की तरह दौड़ेगा दिमाग।

बच्‍चे को शारीरिक और मानसिक (Physically And Mentally Strong) रूप से हेल्दी रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है उनका खानपान कैसा है. डाइट एक्सपर्ट डॉक्टर रंजना सिंह बताती हैं कि बच्चों को मानसिक रूप से तेज बनाने के लिए उनकी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो सीधे ब्रेन (Brain) को भरपूर पोषण देती हों.

 

इस खबर में हम आपके लिए ऐसे ही 5 चीजों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो बच्‍चों के ब्रेन डेवलपमेंट के लिए बहुत ही जरूरी माने जाते हैं.

 

बच्चों को दिमाग बढ़ाने के लिए खिलाएं यह चीजें (kids brain food)

 

 

अंडे का सेवन

अंडा भी बच्चों की सेहत के लिए जरूरी है. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, ल्‍यूटिन, कोलिन और जिंक होता है. ये सभी पोषक तत्‍व शिशु की ध्‍यान लगाने की क्षमता को बढ़ाते हैं. कोलिक एसिटेकोलिन या मेमोरी स्‍टेम सेल्‍स बनाने में मदद करता है. इस तरह अंडा खाने से बच्‍चों की याददाश्‍त में सुधार आता है.

 

 

साबुत अनाज का सेवन

साबुत अनाज बच्‍चों के दिमाग को निरंतर एनर्जी देता रहता है. ये रक्‍त वाहिकाओं में ग्‍लूकोज को धीरे से रिलीज करता है. इससे शिशु के शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है. इसमें मस्तिष्‍क के सही तरह से कार्य करने के लिए जरूरी फोलिक एसिड भी होता है.

 

ओट्स का सेवन

ओट्स विटामिन ई, जिंक और विटामिन बी कॉम्‍प्‍लेक्‍स प्रचुरता में पाया जाता है. ओटमील में फाइबर भी उच्‍च मात्रा में होता है जिससे शिशु के शरीर को एनर्जी मिलती है. बच्‍चों को नाश्‍ते में ओट्स खिलाने से मस्तिष्‍क के कार्यों में सुधार आने में मदद मिलती है.

 

 

मछली का सेवन

बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए मछली जरूरी है. फैटी फिश जैसे कि सैल्‍मन, ट्यूना और मैकरेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो मस्तिष्‍क के ऊतकों के ब्‍लॉक बनाने में मदद करता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड के और भी कई फायदे होते हैं. इससे शिशु के मस्तिष्‍क के कार्यों और विकास में मदद मिलती है.

 

 

हरी सब्जियों का सेवन

तेज दिमाग के लिए पालक, केले, ब्रोकोली और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियां सहायक होती हैं. कुछ अन्य सब्जियां जैसे टमाटर भी बेहतर हैं, यहां तक ​​कि ब्लूबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी भी एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर।

 

 

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.