खर्राटे लेने को बुरी आदत (Snoring) माना जाता है. कोई भी शख्स खर्राटे तब लेता है कि जब उसकी सांस को नाक और मुंह से बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिलता. सोते वक्त कई लोगों की नाक और मुंह का पिछला हिस्सा बंद हो जाता है. इस समस्या का इलाज (Snoring Problem) मुमकिन है.
गंभीर स्वास्थ्य समस्या है खर्राटे लेना
खर्राटे से छुटकारा पाने के लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं और इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय भी आजमा सकते हैं. खर्राटे लेना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है. खर्राटे लेना एक स्ट्रोक है जो कैरोटिड एथेरोस्क्लेरोसिस की वजह से होता है. इसके कारण दिमाग में खून की आपूर्ति रुक जाती है.
खर्राटे पर स्टडी में किया गया ये दावा
हालांकि एक स्टडी में ये भी दावा किया गया है कि सांस बाधित होने पर शरीर के अंगों में ब्लड और ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी दिमाग और दिल को मजूबत करती है. लेकिन ये किसी शख्स में दिल के दौरे की संभावना को कम नहीं करेगा.
खर्राटे लेने से दिल पर क्या होता है असर?
बता दें कि दिमाग के साथ अपने दिल की सेहत का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है. दिल का काम शरीर के हर अंग तक ब्लड को पंप करना होता है. ब्लड के जरिए ऑक्सीजन पूरे शरीर को मिलती है. अगर कोई शख्स खर्राटे लेता है तो उसे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. इसमें ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और कोरोनरी अर्टरी बीमारी (Coronary Artery Disease) शामिल है.
जान लें कि खर्राटे लेने की वजह से आपके सिर में दर्द भी हो सकता है. अगर आप इस समस्या का सामना कर रहे हैं तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं और उनकी सलाह को मानें. दरअसल खर्राटे की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती है. नींद की कमी के करण कई तरह की मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं. इससे आप चिड़चिड़ेपन का शिकार हो सकते हैं.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह लें)
