छत्तीसगढ़ में बाढ़ जैसे हालात इन जगह पर जाने से बचें राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद।

पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से सूखाग्रस्त छत्तीसगढ़ में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। भारी बारिश से राज्य के कई जिले के कई नदी-नाले उफान पर हैं। लोगों के घरों में पानी घुस गया, फिर वह शहरी हो या गांव।

राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई फीट तक पानी है। नौबत यह है कि गरियाबंद को रायपुर से जोड़ने वाले मार्ग को प्रशासन ने बंद कर दिया है। वहीं रायपुर-जगदलपुर हाइवे को धमतरी के बाद बंद कर दिया गया है। जगदलपुर जाने के लिए रूट डायवर्ट कर वाहन निकाले जा रहे हैं।

सीकासेर बांध के 22 में से 17 गेट खोले गए

भारी बारिश (CG Flood) के बीच प्रशासन ने सोमवार देर रात को सिकासेर बांध के 17 गेट खोलने का फैसला लिया। इस तरह बांध से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। प्रभारी अधिकारी उत्तम सिंह ध्रुव ने बताया कि बांध के 22 गेट में से 17 गेट को खोल दिया गया, अब 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है।

 

बांध में लगे बिजली उत्पादन यूनिट भी चालू कर दिया गया है। इसका पानी सीधे पैरी नदी में जाता है। गरियाबन्द मुख्यालय में जेल रोड, महाविद्यालय, मजरकटा, पैरी कालोनी, कोकड़ी आमदी के इलाके में घुटने भर से ज्यादा पानी भर गया है। वंही नदी किनारे बसे गांव पाथर मोहन्दा, भिलाई, नहरगांव, पटोरा, चिखली, बारूका, जलकुम्भी, मालगांव, गाहदर में पानी घुस गया है। प्रशासन ने नदी के निचले हिस्सों में रहने वाले गांवों को खाली कराना शुरू किया है। प्रशासन को बाढग़्रस्त क्षेत्रों में राहत के लिए पहुंचा दिया गया है।